हरी डाल पर बैठी चिड़िया: एक शिक्षाप्रद बाल कविता
हमारी हरी डाल पर बैठी चिड़िया कविता बच्चों को मेहनत की महत्ता, सदाचार और समर्पण की अनमोल शिक्षा देती है। इस आदर्श प्रेरणादायक कविता को अवश्य पढ़ें।
हरी डाल पर बैठी चिड़िया
सुबह – सुबह क्या गाती है?
‘उठो सवेरे बिस्तर छोड़ो’
बच्चों को समझाती है l
देखो ये भी
छोड़ घोंसला
दाना लेने आती है …!
तुम भी लगो काम से अपने
तुमको ये समझाती है!
बिना काम के
इस दुनियां में
कोई कुछ नहीं
पा सकता!
हाथ चलाए बिना कोई भी
खाना तक नहीं खा सकता!!
आलस छोड़ो
भागो- दौड़ो
तुमको ये बतलाती है!
ख़ुशी ख़ुशी
सब काम करो तुम
कभी न आपस में झगड़ो तुम
हम सबको बतलाती है!
प्यारे बच्चो!
चिडियों से तुम
सीखो सदा काम करना…
हंसकर काम करो अपने तुम
कभी नहीं आलस करना ll
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