नानी का घर – बचपन की सबसे मीठी जगह

नानी का घर सिर्फ एक जगह नहीं, वह बचपन की सबसे प्यारी यादों का घर है, जहाँ ममता, कहानियाँ और स्वाद का खज़ाना मिलता है।
नानी का घर, वो एक जादुई ठिकाना,
जहां हर कोना बचपन की यादों से सजाना।
गर्मियों की छुट्टियाँ आते ही वहाँ जाना,
नानी के हाथों का स्वाद फिर से पाना।
मेवा-मिश्री की मिठास और पकवानों की भरमार,
हर दिन होता जैसे कोई खास त्योहार।
शरारतों का सिलसिला शुरू हो जाता था,
और नानी हर बार हमें गले लगाती थी बिना कोई गिला।
दूध, मलाई और घी से बने स्वादिष्ट व्यंजन,
हर निवाले में मिलता था ममता का स्पंदन।
नानी का प्यार ऐसा कि मम्मी की डाँट भी ठंडी लगती,
उनके आशीर्वाद में ही सारी थकान मिटती।
नानी का घर सिर्फ एक मकान नहीं,
वो तो एक एहसास है, जो दिल से कहीं नहीं जुदा होता।
वहाँ जितना प्यार मिलता है, उतना और कहीं नहीं होता।
आज भी जब आँखें बंद करें,
वो नानी की मुस्कान और कहानियाँ पास आ जाएं।
नानी का घर, सचमुच एक खजाना है –
जहाँ हर याद बचपन की परी-कहानी बन जाना है।
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