होली पर बाल कविता

रंगों से सजा है आंगन, खुशियों से भरा हर घर,गूंजे हैं रंगों की तानें, होली आई है भरपूर। लाल, नीला, पीला, हरा, सब रंगों का त्योहार,सभी मिलकर खेलें होली, छेड़े रंगों की ब्यार। गुलाल उड़ाए हैं बच्चे, हंसी-खुशी में रंग जाएं,सभी मिलकर गाएंगे गाने, गालों पर रंग सजाएंगे। प्यार और उल्लास से भरी हो यह […]

रंगों से सजा है आंगन, खुशियों से भरा हर घर,
गूंजे हैं रंगों की तानें, होली आई है भरपूर।

लाल, नीला, पीला, हरा, सब रंगों का त्योहार,
सभी मिलकर खेलें होली, छेड़े रंगों की ब्यार।

गुलाल उड़ाए हैं बच्चे, हंसी-खुशी में रंग जाएं,
सभी मिलकर गाएंगे गाने, गालों पर रंग सजाएंगे।

प्यार और उल्लास से भरी हो यह होली की रीत,
आओ मिलकर मनाएं हम, रंगों के इस प्यार की मीत।

हाथों में गुलाल हो, दिलों में उमंग हो,
सब मिलकर होली मनाएं, रंगों की हो यह तरंग हो।

रंगों से सजे हों हर चेहरें, चेहरे खिल जाएं मुस्कान,
आओ बच्चों, खेलें होली, इस खुशी को मनाए हर इंसान।


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