तिरंगे का सम्मान और इसे फहराने के महत्वपूर्ण नियम
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज, जिसे हम तिरंगा के नाम से जानते हैं, हमारे देश का प्रतीक है और इसे विशेष सम्मान के साथ फहराया जाता है। तिरंगे के फहराने और इसके सम्मान को बनाए रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम निर्धारित किए गए हैं, जिन्हें हर नागरिक को जानना और उनका पालन करना चाहिए। आइए, इन […]
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज, जिसे हम तिरंगा के नाम से जानते हैं, हमारे देश का प्रतीक है और इसे विशेष सम्मान के साथ फहराया जाता है। तिरंगे के फहराने और इसके सम्मान को बनाए रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम निर्धारित किए गए हैं, जिन्हें हर नागरिक को जानना और उनका पालन करना चाहिए। आइए, इन नियमों पर एक नज़र डालते हैं:
- सम्मानजनक स्थान पर तिरंगे को लगाना: जब भी तिरंगा फहराया जाए, उसे हमेशा सम्मानपूर्ण स्थान दिया जाना चाहिए। तिरंगे को ऐसी जगह पर लगाया जाए, जहां से वह स्पष्ट रूप से दिखाई दे और सबकी नजर में हो।
- फहराने का समय: तिरंगा आमतौर पर सरकारी भवनों पर सूर्योदय से सूर्यास्त तक फहराया जाता है। हालाँकि, विशेष अवसरों पर इसे रात के समय भी फहराया जा सकता है।
- फहराने और उतारने का तरीका: तिरंगे को हमेशा स्फूर्ति और जोश के साथ फहराया जाए, और उतारते समय इसे धीरे-धीरे और आदर के साथ नीचे लाया जाए। अगर फहराने और उतारने के समय बिगुल बजाया जा रहा हो, तो तिरंगे को बिगुल की धुन के साथ ही फहराया और उतारा जाए।
- सभा मंच पर तिरंगे का स्थान: अगर तिरंगे को किसी सभा मंच पर प्रदर्शित किया जाता है, तो उसे इस प्रकार फहराया जाए कि वक्ता का मुंह श्रोताओं की ओर हो और तिरंगा वक्ता के दाहिनी ओर हो।
- भवन की खिड़की, बालकनी या अगले हिस्से से फहराना: यदि तिरंगे को किसी भवन की खिड़की, बालकनी या अगले हिस्से से आड़ा या तिरछा फहराया जाता है, तो इसे भी बिगुल की धुन के साथ ही फहराया और उतारा जाए।
- अधिकारी की गाड़ी पर तिरंगा: जब तिरंगा किसी अधिकारी की गाड़ी पर लगाया जाए, तो इसे सामने की ओर बीचोंबीच या कार के दाईं ओर लगाया जाए।
- फटा या मैला तिरंगा नहीं: फटा या मैला तिरंगा फहराया नहीं जा सकता। अगर तिरंगा फट जाए या मैला हो जाए, तो उसे एकांत में पूरा नष्ट किया जाना चाहिए ताकि उसका सम्मान बना रहे।
- आधा झुका तिरंगा: तिरंगे को केवल राष्ट्रीय शोक के अवसर पर ही आधा झुका कर रखा जाता है, अन्यथा इसे हमेशा पूरे सम्मान के साथ फहराया जाता है।
- अन्य ध्वजों से ऊँचा तिरंगा: किसी भी दूसरे झंडे या पताका को राष्ट्रीय तिरंगे से ऊँचा या उसके ऊपर नहीं लगाया जा सकता। न ही कोई झंडा तिरंगे के बराबर में रखा जा सकता है।
- तिरंगे पर कोई लेखन या छपाई नहीं: तिरंगे पर कुछ भी लिखा या छपा नहीं होना चाहिए। यह उसके सम्मान का उल्लंघन माना जाता है।
इन नियमों का पालन करके हम तिरंगे का सम्मान बनाए रख सकते हैं और अपने देश के प्रति अपनी निष्ठा और सम्मान को प्रदर्शित कर सकते हैं। यह हमारा कर्तव्य है कि हम तिरंगे के मान-सम्मान की रक्षा करें और उसे उचित स्थान और सम्मान दें।
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